भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक : एक बैंक ऐसा वित्तीय संस्थान होता है जहाँ धन प्राप्त करने तथा धन प्रबंधन, ऋण देने, मुद्रा विनिमय, वित्तीय सेवाएँ, बचत खाता, धन की सुरक्षा और फंड में निवेश जैसे कई कार्य किये जाते हैं। भारतीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में कुछ बैंकों के विलय की घोषणा की थी जो कि पहले ही लागू की जा चुकी है। इस विलय के बाद भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की संख्या 2017 में 27 बैंकों से घटकर 2021 में 12 बैंकों पर आ गई है। आज इस आर्टिकल में हम 2021 में भारत में सभी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की सूची देखेंगे। इस आर्टिकल में आपको भारत में कितने सार्वजनिक बैंक हैं? राष्ट्रीयकृत बैंक की संख्या कितनी है? भारत में सरकारी बैंक कितना है? कौन कौन से बैंक मर्ज हो रहे हैं?- जैसे कई सवालों के ज़वाब मिलेंगे.
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भारतीय स्टेट बैंक की स्थापना और विकास
भारतीय स्टेट बैंक की उत्पत्ति 19वीं सदी के पहले दशक में 2 जून 1806 को कलकत्ता में बैंक ऑफ कलकत्ता की स्थापना के साथ हुई थी. तीन वर्ष बाद बैंक ने अपना चार्टर प्राप्त किया और बैंक ऑफ बंगाल(2 जनवरी 1809) के रूप में पुनः डिज़ाइन किया गया.यह एक अद्वितीय संस्था है, जो बंगाल सरकार द्वारा प्रायोजित ब्रिटिश भारत का पहला संयुक्त स्टॉक बैंक था.
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